उर प्रेम भाव से भरे हुए बोले गांगेय तुम्हारी जय। उर प्रेम भाव से भरे हुए बोले गांगेय तुम्हारी जय।
लेकिन वृक्ष तुम तो आज भी तटस्थ हो प्राणियों की सेवा करने में । लेकिन वृक्ष तुम तो आज भी तटस्थ हो प्राणियों की सेवा करने में ।
उपकार तले हो भले दबे, पर मार्ग धर्म का ही अपनाना " उपकार तले हो भले दबे, पर मार्ग धर्म का ही अपनाना "
दोस्ती में जरूरी नहीं कि साथ हो लेकिन गहरा विश्वास हो। दोस्ती में जरूरी नहीं कि साथ हो लेकिन गहरा विश्वास हो।
पाँच पुत्रों की माँ होने का दान दिया अपने पुत्र होने का धर्म इस तरह निभाया ...। पाँच पुत्रों की माँ होने का दान दिया अपने पुत्र होने का धर्म इस तरह निभाया ....
घायल करो तो नज़रों से ना की शब्दों की बाण से घायल करो तो नज़रों से ना की शब्दों की बाण से